Thursday, August 15, 2024

भारत को विकसित बनाने में युवाओं की अहम भूमिका... कुलगुरू मा डॉ. इंद्र मणि

वनामकृवि मे  उत्‍साह के साथ मनाया 78 वाँ स्वतंत्रता दिवस

भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया है, जिसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। समृद्ध भारत, सशक्त भारत के लिए कार्य करना हम सभी की जिम्मेदारी है। भारत कई क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अग्रणी है, वर्तमान युग प्रतिस्पर्धा का युग है और हमें अपने कार्य में सटीकता रखनी होगी। सभी को एकजुट होकर वसुधैव कुटुंबकम की भावना से कार्य करना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन कुलगुरू माननीय डॉ. इंद्र मणि ने किया। वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विश्वविद्यालय में 78वां स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के मुख्य प्रांगण में माननीय कुलगुरू डॉ. इंद्र मणि द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वे बोले।

कुलगुरू माननीय डॉ. इंद्र मणि ने आगे कहा कि देश के विकास के लिए माननीय प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के सिद्धांत पर कार्य करना होगा। भारत विभिन्न अन्न, दूध, अंडे, फल, सब्जियों आदि के उत्पादन में विश्व में प्रथम या द्वितीय स्थान पर है। कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष के बजट में पर्याप्त प्रावधान किया गया है। कृषि में जलवायु परिवर्तन की बड़ी चुनौती है, जिसके कारण कई फसलों के उत्पादन में उतार-चढ़ाव हो रहा है, जिससे किसानों के जीवन स्तर पर असर पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन पर आधारित शोध को विश्वविद्यालय प्राथमिकता दे रहा है, विश्वविद्यालय अत्यधिक जोश के साथ कार्य कर रहा है और नवीन क्षेत्रों में अनुसंधान कर रहा है। शिक्षा में विद्यार्थी केंद्रित शिक्षा, किसान केंद्रित विस्तार कार्य, नवाचार केंद्रित शोध और कर्मचारी केंद्रित प्रशासन के सिद्धांत पर कार्य किया जा रहा है। ज्वार और बाजरा के जैवसमृद्ध किस्मों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रसार हुआ है। तुअर की संकरित किस्म और कपास में बीटी में तीन सीधे किस्में विकसित करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय बना है। जलवायु अनुकूल सोयाबीन की कई किस्में विकसित की गई हैं और वे किसानों में लोकप्रिय हो रही हैं। विश्वविद्यालय ने देश और विदेश के अग्रणी विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ सामंजस्य समझौते किए हैं, जिससे कुशल मानव संसाधन का निर्माण होगा। विश्वविद्यालय ने बीज उत्पादन में वृद्धि का लक्ष्य रखा है और इस वर्ष विश्वविद्यालय का बीज उत्पादन 7000 क्विंटल से बढ़कर 10200 क्विंटल हो गया है, और इस वर्ष का लक्ष्य 20000 क्विंटल का है। इससे विश्वविद्यालय के विकसित उच्च गुणवत्ता वाले बीज अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचेंगे। किसानों की भलाई और कृषि विकास के लिए समर्पण भाव से कार्य करने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय छात्र सैनिकों ने छात्रसेना अधिकारी डॉ. जयकुमार देशमुख के नेतृत्व में माननीय कुलगुरू को सलामी दी। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. संतोष वेणीकर, शिक्षण निदेशक डॉ. उदय खोडके, अनुसंधान निदेशक डॉ. के एस बेग, माननीय विशेष अतिथि श्रीमती जया मिश्रा, डॉ. डी एस मिश्रा, श्रीमती सरिता मिश्रा, श्री राजेंद्र कपूर, श्री बलदेव सिंह, श्री प्रमोद पुरी, डॉ. अनिलकुमार पाण्डेय, श्रीमती मधु कपूर, श्रीमती मंजित कौर, श्रीमती भारती पुरी, श्रीमती मालती पाण्डेय, साथ ही छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. पी आर झंवर, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, विभाग प्रमुख, प्राध्यापक, वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री उदय वाईकर ने किया।







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